Ramnath Vidrohi
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...लिव इन रिलेशन और धोखा!
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✍️दिल्ली पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्याकांड का सोमवार को खुलासा किया है। लिव इन रिलेशन में प्रेमी ने प्रेमिका की बेरहमी से कत्ल कर दी। सबूत छुपाने के उद्देश्य से उसने आरी से शव के 35 टुकड़े कर दिए। शव से बदबू न आए इसलिए वह बड़ा फ्रिज खरीद लाया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी आफ़ताब रोज रात्रि में 26 साल की श्रद्धा के शव का एक-दो टुकड़ा जंगल में फेंक आता था। दोनों किसी डेटिंग एप से एक-दूसरे के संपर्क में आए थे और साथ में ही कॉल सेंटर में काम करते थे। इसी दौरान धोखावाला प्यार हो गया।
सिर्फ यह खबर देना मेरा मकसद नहीं है बल्कि इस खबर के पीछे छुपे संदेश को बताने की कोशिश है। क्योंकि इस नेचर की घटना कहीं भी,कभी भी और किसी के साथ भी हो सकती है। 'शिकारी' हर जगह मौजूद हैं। जरूरत है उसको महसूस करने की। अभिभावकों का यह फर्ज बनता है कि वह अपने बच्चों को आज के कथित आधुनिक समाज में तेजी से हो रहे परिवर्तन के बारे में बताएं। क्योंकि जिस दौर से हम सब गुजर रहे हैं,उसमें धोखा,विश्वासघात जैसी घटनाएं बहुत आम हो चुकी है। क्योंकि नैतिकता ताक पर है,ईमानदारी मर चुकी है,'प्यार' व्यापार का रूप धारण कर चुका है। अधिकतर बच्चों का 'व्यवहारिक अभिभावक' नेट बन चुका है। इंटरनेट जैसे प्लेटफार्म पर बनने और बिगड़ने,दोनों तरह की सामग्री प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। जाहिर बात है,बच्चे बिगड़ने वाली चीजों की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं और हो रहे हैं। अभिभावक अपनी मस्ती में मस्त हैं। बच्चों का अच्छे स्कूल में एडमिशन जितना जरूरी है,उससे जरूरी है बच्चों को अच्छा संस्कार। बदलती हुई दुनिया और समाज के बारे में बच्चे को अपडेट करते रहें नहीं तो इस तरह की घटना न तो पहली है और न ही आखरी!