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जिलाधिकारी श्री यशपाल मीणा के द्वारा बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा की गयी !

जिलाधिकारी श्री यशपाल मीणा के द्वारा बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा की गयी  !
Ramnath Vidrohi
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जिलाधिकारी श्री यशपाल मीणा के द्वारा अपने कार्यालय कक्ष में पदाधिकारियों के साथ बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान वैशाली जिला के बाढ प्रभावित अंचलों के अंचलाधिकारी विडियो कॅन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे।
     समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी के द्वारा वैसे सभी निजी नावों का भौतिक सत्यापन कर लेने का निर्देश दिया गया जिनके साथ एकरारनामा की गयी है। प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन शाखा ने बताया कि ऐसी 225 नाव है जिनका एकरारनामा किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा सभी नाव चालकों एवं उसके मालिकों का मोबाईल नं. भी रखा जाय। प्रत्येक अंचल में कितनी संख्या में पालिथीन सिट्स रखा हुआ है उसका भी भौतिक सत्यापन कर लें एवं सिट्स को देख लें कि कटा-फटा नही हो। सभी चिन्हित आश्रय स्थल एवं सामुदायिक रसोई के स्थल को भी एक बार पुनः देख लें और इन सभी चीजों को प्रखंड के वरीय पदाधिकारियों को भी दिखा दें।

प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन डॉ रचना सिन्हा के द्वारा बताया गया कि जिला में 17945 पोलिथीन सिट्स, 50 टेन्ट, 20 इन्फलेटेबल बोट, 10 माहजाल तथा 150 लाईफ जैकेट्स है। उन्होंने बताया कि 143 स्थलों को शरण स्थली एवं 164 सामुदायिक रसोई के लिए जगह चिन्हित किया गया है। समीक्षा में पाया गया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों की सूची का राघोपुर अंचल में इन्ट्री शत-प्रतिशत नही हुयी है जिस पर नाराजगी प्रकट करते हुए इसे शीघ्र अपडेट करने का निर्देश दिया गया।

जिलाधिकारी के द्वारा सभी चिन्हित किये गये संवेदनशील जगहों का प्रतिदिन भ्रमण करने का निर्देश अचलाधिकारियों को दिया गया। उन्होंने कहा कि वैशाली से लालगंज होते हुए हाजीपुर तक 33 किमी का गंडक का स्ट्रेच है जिस पर वसंता जहानबाद, खन्जाचक एवं रामदौली के पास एक दण्डाधिकारी, कनीय अभियंता तथा होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति करने तथा सभी संवेदनशील स्थलों के पास के टोलों में लोगों से मिलकर प्रतिदिन फीडबैक प्राप्त करने का निर्देश दिया गया।

कार्यपालक अभियंता बाढ़ प्रमंडल लालगंज ने बताया कि अभी बाया नदी में पानी नही है परन्तु इसके बाँध की सुरक्षा के लिए 36 स्थलों पर बालू की बोरी स्टोर कराया गया है। उन्होंने कहा कि सभी आक्राम्य स्थलों पर पर सैण्ड बोरा फिलिंग कराया जा रहा है। जिलाधिकारी के द्वारा इसे शीघ्र पूर्ण करा लेने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि बाढ़ संबंधित अभियंता पूरे मॉनसून सीजन तक हेडक्वार्टर में कैम्प करेंगे और बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेगे। सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को शहरी क्षेत्र में नाला उड़ाही के कार्य को देख लेने का निर्देश दिया गया।