Ramnath Vidrohi
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क्षेत्रीय और राष्ट्रीय चुनौतियों के अनुरूप हो शोध कार्य : डॉ राजेश्वर
भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय ,मुजफ्फरपुर में आज दिनांक 27.5.2023को राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शोध और अनुसंधान की भूमिका पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला में विद्या भारती संस्थान के उच्च शिक्षा से जुड़े सैकड़ों प्राध्यापक उपस्थित रहे।इस अवसर पर एल एस कॉलेज मुजफ्फरपुर के हिन्दी विभाग के प्राध्यापक और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास,शोध प्रकल्प के राष्ट्रीय संयोजक डा राजेश्वर कुमार मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे । डा कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020में शोध संबंधी जो प्रावधान हैं,उनके सम्यक क्रियान्वयन से देश में गुणवत्तापूर्ण शोध की संस्कृति निर्मित होगी।भारत यदि प्राचीनकाल में विश्वगुरु रहा है तो अपने शोध और अनुसंधान के कारण ही रहा है।यह शोध कार्य भी उस समय भारतीय दृष्टि से और भारतीय भाषाओं में ही संपन्न होता था।बहु अनुशासनिक शोध की दृष्टि भारतीय भारतीय दृष्टि ही है।जब तक हम क्षेत्रीय ,राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप शोध कार्य को बढ़ावा नहीं देंगे तब तक शोध सिर्फ डिग्री प्राप्ति का साधन मात्र रहेगा।इससे गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा हेतु आवश्यक है कि आरंभ से ही शोध के प्रति एक सकारात्मक नजरिया रखा जाए।इस अवसर पर लोक शिक्षा समिति के सचिव श्री मुकेश नंदन ने कहा कि शोध से ही नए ज्ञान का निर्माण होता है।कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश वर्मा ने कहा कि कॉलेज गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा और शोध के लिए हमेशा तत्पर है।आगे भी समय समय पर हम शिक्षकों की क्षमता के उन्नयन हेतु कार्यशालाओं का आयोजन करते रहेंगे।कॉलेज के सचिव डा ललित किशोर ने इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापित किया। डा सौरभ कौशिक ने कार्यशाला का संचालन किया।