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स्वास्थ्य केंद्रों पर शिविर लगाकर गर्भवती महिलाओं की हुई एएनसी जांच

स्वास्थ्य केंद्रों पर शिविर लगाकर गर्भवती महिलाओं की हुई एएनसी जांच
Ramnath Vidrohi
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स्वास्थ्य केंद्रों पर शिविर लगाकर गर्भवती महिलाओं की हुई एएनसी जांच

- प्रत्येक माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की होती है जाँच
- हरनाटांड़, बगहा 02, भितहाँ, पिपरासी के पीएचसी, सीएचसी व रेफरल अस्पताल में लगा कैम्प
- जाँच के साथ आयरन, कैल्सियम की दवाएं मुफ्त दी गई


बेतिया, 09 मई । जिले में प्रत्येक माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की एएनसी, वजन, बीपी, शुगर, हीमोग्लोबिन समेत कई प्रकार की जांच सभी पीएचसी, सीएचसी, रेफरल अस्पताल सहित सदर अस्पताल में की जाती है। अभियान के तहत मंगलवार को हरनाटांड़, बगहा 02, भितहाँ, पिपरासी के पीएचसी, सीएचसी व रेफरल अस्पताल में कैम्प लगाया गया।  जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच की गई। इस दौरान महिला चिकित्सकों, नर्स व स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा जच्चा बच्चा की सही देखभाल के तौर तरीके, रहन-सहन, साफ-सफाई, खान-पान, एवं गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां भी बतायी गई। साथ ही मौके पर आयरन व कैल्सियम  की दवाएं मुफ्त दी गई, ताकि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा मिल सके और मातृ-शिशु मृत्यु दर पर विराम सुनिश्चित हो सके।

प्रत्येक माह की 9 तारीख को होता है स्वास्थ्य मेला का आयोजन:

सिविल सर्जन डा.श्रीकांत दुबे व एसीएमओ डॉ रमेश चंद्रा ने बताया कि आयोजित स्वास्थ्य शिविर में बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं शामिल हुईं। शिविर में  सुरक्षित व सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जांच की गई। गर्भवती महिलाओं की एएनसी, ब्लड, यूरिन, एचआईवी, ब्लड ग्रुप, बीपी, हार्ट-बीट आदि की जांच की गई। साथ हीं  इस दौरान परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी संसाधनों  की जानकारी दी गई।

परिवार नियोजन के लाभार्थियों को दी जाती है प्रोत्साहन राशि:

डीसीएम राजेश कुमार ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क प्रसव कराए जाने की व्यवस्था उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि छोटा परिवार सुखी परिवार होता है। बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण  हेतु महिलाओं को परिवार नियोजन के साधनों यथा कन्डोम, माला डी, कॉपर-टी, गर्भनिरोधक  सुई (अंतरा) का उपयोग करने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को ₹2000/- व उत्प्रेरक को ₹300/-, प्रसव उपरांत बंध्याकरण पर लाभार्थी को ₹3000/- व उत्प्रेरक को ₹400/-, प्रसव उपरांत कॉपर-टी लगाने पर लाभार्थी को ₹300/- व उत्प्रेरक को ₹150/-, गर्भपात उपरांत कॉपर-टी लगाने पर लाभार्थी को ₹300/- व उत्प्रेरक को ₹150/-, गर्भनिरोधक  सुई (अंतरा) का लाभ उठाने पर लाभार्थी को ₹100/- व उत्प्रेरक को ₹100/- की सहायता राशि प्रदान की जाती है।