Monday, Jun 23, 2025 | Time 07:38 Hrs(IST)
 logo img

एईएस के साथ हीट वेभ की भी तैयारी रखें पूरी: मुख्य सचिव

एईएस के साथ हीट वेभ की भी तैयारी रखें पूरी: मुख्य सचिव
Ramnath Vidrohi
Views: 221

एईएस के साथ हीट वेभ की भी तैयारी रखें पूरी: मुख्य सचिव
 
 - एईएस कंट्रोल रूम को अतिसक्रिय रखने की मिली हिदायत
 - 10 विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने का मिला निर्देश
-  बिहार के 12 जिले एईएस से हैं प्रभावित 
- दर्पण एप पर चिकित्सकों की लगेगी उपस्थिति

मुजफ्फरपुर। 18 अप्रैल 
मुख्य सचिव आमिर सुब्हानी ने राज्य के 12 एईएस प्रभावित जिलों के जिलाधिकारी, सीएस और अन्य पदाधिकारियों के साथ मंगलवार को राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने एईएस प्रभावित सभी जिलों में एईएस व जेई के वर्तमान स्थिति और भावी योजनाओं के बारे में विस्तार से संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली। गर्मी की प्रचंडता को देखते हुए मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को एईएस के साथ हीट वेव से निपटने के लिए तैयारियां पूरी रखने को कही। एईएस से निपटने के लिए उन्होंने राज्य स्तर पर बनाए गए 10 विभागों को आपसी समन्वय के साथ काम करने को कहा। एईएस से सबसे ज्यादा प्रभावित मुजफ्फरपुर जिला की तैयारियों का जायजा लेते हुए मुख्य सचिव ने वहां की वर्तमान स्थिति और भावी योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जाना। वीसी के दौरान मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने मुख्य सचिव को बताया कि चमकी के नियंत्रणार्थ यहां एसकेएमसीएच में 85, सदर में 10 तथा सभी प्रखंडों में दो बेड के साथ सभी दवा एवं उपकरणों की उपलब्धता है। चिकित्सकों की रोस्टर ड्यूटी कैम स्कैनर के माध्यम से तीन समय कराने पर मुख्य सचिव ने सराहा और इसे दर्पण एप पर भी करने को कहा। वहीं एईएस के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम को अति सक्रिय होकर काम करने की हिदायत दी गयी। मुख्य सचिव ने कहा कि सभी 12 जिलों के कंट्रोल रूम को 104 टोल फ्री के माध्यम से प्रतिदिन मॉनिटर किया जाएगा। एईएस प्रशिक्षण पर मुख्य सचिव के जवाब में जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि अभी तक जिले में कुल 44,797 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। पटना एम्स में चिकित्सकों की राज्य स्तरीय प्रशिक्षण भी जल्द दी जाएगी। वीसी में जिले की तरफ से जिलाधिकारी प्रणव कुमार के अलावे सीएस डॉ यूसी शर्मा, जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार, डीपीएम रेहान अशरफ, भीबीडीसी प्रीतिकेश कुमार, केयर डीटीएल मुकेश कुमार सिंह, नसीरूल होदा मौजूद थे। 

बेसिक और एडवांस लाइफ सपोर्ट पर प्रशिक्षित होंगे इएमटी:

केयर के डीटीएल मुकेश कुमार ने बताया कि एसकेएमसीएच के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ गोपाल शंकर सहनी और इमरजेंसी के डॉ शशांक के द्वारा केयर के 26 जिला स्तरीय कर्मियों को एडवांस और बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस पर प्रशिक्षित किया गया है। ये केयर कर्मी मेंटर के तौर पर जिले में कार्यरत सभी इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन को प्रशिक्षित करेंगे। 

विभागों को मिली जिम्मेदारी:

शिक्षा विभाग - शिक्षकों को एईएस व जेई की रोकथाम के लिए प्रचार प्रसार करना, मध्याह्न में प्रोटीन युक्त भोजन की मात्रा को बढ़ावा देना।

ग्रामीण विकास विभाग/ जीविका- प्रभावित जिलों में जीविका दीदी के माध्यम से एईएस व जेई संक्रमण एवं रोकथाम में सहयोग करना, प्रधानमंत्री आवास योजना का सुदृढ़ीकरण करना।

पंचायती राज विभाग- प्रभावित जिलों में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से एईएस व जेई के संक्रमण के प्रति गांवों में संवेदनशील एवं जागरूक करना, पंचायत स्तर पर बनी शिक्षा समितियों के माध्यम से अभियान के प्रति जन जागरूकता को बढ़ावा देना।
 
पशु एवं मत्स्य विभाग- यह सर्विलांस करना कि एईएस व जेई प्रभावित क्षेत्रों में संक्रमण की स्थिति क्या है और सूअर बाड़े से प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को कितनी दूर रखे गए हैं। 

खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग - प्रभावित जिलों में जन वितरण प्रणाली के माध्यम से ससमय खाद्य सामग्री का वितरण सुनिश्चित करवाना।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग- प्रभावित जिलों के पंचायतों विशेषकर महादलित टोलों में विकास मित्र की सहभागिता से एईएस व जेई संक्रमण एवं रोकथाम के संबंध में प्रचार प्रसार करना। 

परिवहन विभाग- प्रभावित जिलों में मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन योजना के अंतर्गत वितरित किए गए आतुर वाहनों को एईएस व जेई संक्रमण से प्रभावित गंभीर रोगी को तुरंत रेफरल सेवा उपलब्ध कराना।

लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग- प्रभावित जिलों में पेयजल स्रोतों में रासायनिक संक्रमण की जांच, प्रभावित जिलों में चापाकल, सोख्ता का क्लोरीकरण कराना के अलावे अन्य दायित्व।

समाज कल्याण विभाग- आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा एईएस व जेई पर रोकथाम के लिए प्रचार प्रसार, आंगनबाड़ी केंद्रों पर ओआरएस,पारासीटामोल टेबलेट व सिरप की उपलब्धता करना, कुपोषित बच्चों को एनआरसी तक लाना के अलावे अन्य दायित्व।