Ramnath Vidrohi
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बच्चे अभिभावकों को याद दिला रहे चमकी के तीन धमकी
-आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को याद कराए जा रहे चमकी के फॉर्मूले
-बिजली के पोल पर लिखे जा रहे आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं के नंबर
मुजफ्फरपुर। 17 अप्रैल
जिलाधिकारी की जिला स्तरीय कोर कमिटी की बैठक के बाद संबंधित विभाग चमकी बुखार पर जागरूकता फैलाने में और तेजी से जुट गया है। आंगनबाड़ी के बच्चों से लेकर सामुदायिक स्तर तक चमकी के तीन धमकी की गूंज सुनाई पड़ रही है। औराई प्रखंड के जानर गांव के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 55 सहित हर आंगनबाड़ी केंद्र का प्रत्येक बच्चा कविता की तरह चमकी की धमकी को रट चुका है। आशा और पंचायत प्रतिनिधि भी सामुदायिक स्तर पर जीरो से 15 साल तक के दंपत्तियों को चमकी पर जागरूक कर रहा है। सोमवार से शुरू हुए हैंड बिल वितरण के दौरान भी आशा और एएनएम घर घर जाकर हैंड बिल को पढ़ कर उसका वितरण कर रही है। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने बताया कि इस बार जिले में कुल 20 (बीस) लाख हैण्डबिल, 30000 पोस्टर, 2250 कैलेण्डर, 2250 बैनर एवं 7000 स्टीकर राज्य स्तर से प्राप्त हो चुका है। जिसका वितरण किया जा रहा है।
पटना एम्स की टीम पहुंची औराई:
डॉ सतीश ने कहा कि पटना एम्स की टीम औराई में एईएस से ठीक हुए बच्चे का सैंपल लेने औराई के सिमरी गांव पहुंचीं जहां उन्होंने मो सरफराज से मिल उसका सैंपल लिया। इसके बाद सरफराज के सैंपल का एम्स पटना में एडवांस रिसर्च किया जाएगा। डॉ सतीश ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद एईएस से ठीक हुए बच्चों से एक प्रश्नोत्तरी करवाई जा रही हैं जिसके बाद गैप असेसमेंट किया जाएगा। अभी तक हुए प्रश्नोत्तरी में सभी चमकी से ठीक हुए लोगों में पहले से चमकी के प्रति जानकारी थी।