Ramnath Vidrohi
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दलित नेता राकेश पासवान की हत्या से गुस्साए समर्थकों का बवाल,आगजनी,तोड़फोड़,पुलिस पर पथराव
हाजीपुर(वैशाली)संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के पंच दमिया गांव में अपने ही दरवाजे पर बैठे रालोजपा के राष्ट्रीय सचिव सह दलित नेता राकेश पासवान को फिल्मी स्टाईल में मोटरसाईकिल सवार चार बेखौफ नकाबपोश अपराधियों ने गोलियों की बौछार कर हत्या कर दी।घटना से पूरे इलाके में तनाव कायम हो गया।लालगंज से लेकर हाजीपुर तक गुस्साए समर्थकों ने जमकर बवाल काटा।हाजीपुर सदर अस्पताल में तोड़फोड़ की।वहीं लालगंज बाजार में भी आगजनी कर जमकर हंगामा किया।घटना की सूचना मिलते ही काफी संख्या में पुलिस बल गांव में पहुंचे।वहीं राकेश पासवान को परिवार के लोग फौरन लालगंज के एक निजी क्लिनिक लाए जहां से डॉक्टर ने हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया।सदर अस्पताल हाजीपुर में डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।बस क्या था समर्थक गुस्सा गए और अस्पताल में ही हंगामा करते हुए तोड़ फोड़ शुरू कर दिया।इतना ही नहीं लाश को बगैर पोस्टमार्टम के लालगंज लेकर चले आए।वहीं पुलिस अधीक्षक ने हालात देखते हुए गांव पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया।पुलिस ने रातों रात पोस्टमार्टम कराया।घटना से मर्माहत सभी समर्थक सुबह का इंतजार कर रहे थे।जैसे ही राकेश पासवान की शव यात्रा निकली।फिर से समर्थक जमकर बवाल काटने लगे।लालगंज बाजार में शव पहुंचते ही दुकानों में तोड़ फोड़ करना शुरू कर दिया।हजारों की संख्या में शामिल समर्थकों के गुस्सा को देखते हुए पुलिस ने जब रोकने की कोशिश की तो पुलिस पर भी जमकर पथराव कर दिया।जिस दौरान कई पुलिस कर्मी चोटिल हो गए।वहीं पुलिस की गाड़ी को भी तोड़ दिया।यहां तक की पुलिस की एक गाड़ी को जलाने की भी कोशिश की गई।जिसे पुलिस वालों ने जान पर खेल कर बचा लिया।भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के बावजूद समर्थकों ने जमकर बवाल काटा।शव यात्रा धीरे धीरे जय भीम के नारों से गूंजते हुए लालगंज के बसंता जहानाबाद घाट पहुंचा।जहां केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस समेत दर्जनों रालोजपा नेता व अन्य लोग मौजूद थे।राकेश पासवान की लाश पर माल्यार्पण किया।वहीं घटना के बारे में सूत्र बताते हैं कि राकेश पासवान के घर पर बीते शाम को चार नकाबपोश मोटरसाईकिल से आए।मुलाकात किया।पैर छूए,प्रणाम किया और फिर गोलियों की बौछार कर काम तमाम किया।घटना की चश्मदीद राकेश पासवान के भाई महेश पासवान ने बताया कि जैसे ही हम गोली की आवाज सुने तो दौड़े।तभी अपराधियों ने हम पर भी गोली चला दी।हम अपनी जान बचाने के लिए घर पर ही खड़ी स्कार्पियो के पीछे छुप गए।तब तक अपराधी फरार हो गया।घटना के बाद से ही इलाके में तनाव कायम है।वहीं राकेश के परिवार समेत पूरा गांव मातमी है।घटना ने एक बार फिर वैशाली पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं।जबकि वैशाली में अभी नये पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन आए ही हैं कि अपराधियों ने एक बड़ी घटना अंजाम देते हुए इनको एक बड़ी चुनौती पेश कर दी है।हालांकि पुलिस अधीक्षक ने घटना के बाद से ही काफी संख्या में पुलिस तैनात कर दिया था।वहीं खुद लालगंज थाना पर कैंप कर रहे थे।लालगंज थाना समेत कई थाना को भी बुला लिया गया था।बावजूद इसके पुलिस के लिए अपराधियों को जल्द पकड़ना चुनौती होगी।वहीं रालोजपा के राष्टीय अध्यक्ष सह केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने भी इस घटना पर सवाल उठाए हैं।जबकि राकेश पासवान पशुपति कुमार पारस के काफी करीबी माने जाते हैं।दलित सेना के राष्ट्रीय सचिव थे।वहीं जनता के बीच एक जमीन से जुड़े नेता थे।इनकी हत्या से हर कोई मर्माहत है।