Tuesday, Jun 24, 2025 | Time 04:55 Hrs(IST)
 logo img

गैर सरकारी संगठनों ने जाना सुरक्षित गर्भ समापन के नियम

गैर सरकारी संगठनों ने जाना सुरक्षित गर्भ समापन के नियम
Ramnath Vidrohi
Views: 36

गैर सरकारी संगठनों ने जाना सुरक्षित गर्भ समापन के नियम

- एमटीपी एक्ट 2021 पर मिली जानकारी

वैशाली। 25 मई
प्रजनन स्वास्थ्य एवं सुरक्षित गर्भ समापन विषय पर आयोजित कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को एमटीपी एक्ट 1971 एवं  संशोधित एमटीपी एक्ट 2021 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। सांझा प्रयास नेटवर्क के तहत आईपास एलायंस केन्या एवं औलिया अध्यात्मिक अनुसंधान केन्द्र औलिया दरबार एवं स्थानीय संस्था समता ग्राम सेवा संस्थान के सहयोग से रविवार को हाजीपुर शहर के गांधी आश्रम में सांझा प्रयास नेटवर्क के सदस्य गैर सरकारी संगठनों के लिए आयोजित कार्यशाला में औलिया अध्यात्मिक अनुसंधान केन्द्र औलिया दरबार के प्रतिनिधि राम कृष्णा ने विषय वस्तु से अवगत कराया। कार्यशाला में सांझा प्रयास नेटवर्क के राज्य स्तरीय परामर्श दात्री समिति के सदस्य एवं बिहार वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन पटना के कार्यपालक निदेशक श्री स्वपन मजूमदार ने बताया की सांझा प्रयास एक नेटवर्क है जो बिहार एवं उत्तर प्रदेश के 10-10 जिलों में स्थानीय गैर सरकारी संगठनों के साथ यौन प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार, परिवार नियोजन एवं सुरक्षित गर्भ समापन पर कार्य कर रहा है। कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को औलिया अध्यात्मिक अनुसंधान केन्द्र औलिया दरबार के रिसर्च एवं प्रशिक्षण पदाधिकारी श्री परिमल चंद्रा के द्वारा संसोधित एमटीपी एक्ट 2021 कानून पर विस्तार से जानकारी दिया गया। बताया गया की 24 सप्ताह तक के गर्भ को शर्तों के अनुसार खत्म किया जा सकता है। प्रतिभागियों को बताया गया की प्रयाप्त भ्रूण विकृति के मामलों में गर्भावस्था के दौरान किसी भी समय गर्भ समापन को मान्य किया गया है। किसी भी महिला या उसके साथी के द्वारा प्रयोग किए गए गर्भनिरोधक साधनों की विफलता की स्थिति में अविवाहित महिलाओं को भी गर्भ समापन सेवाएं दी जा सकेगी। बताया गया कि 20 सप्ताह तक एमटीपी के लिए एक आरएमपी (रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर) और 20 से 24 सप्ताह के लिए दो आरएमपी की राय चाहिए। कार्यशाला में समता ग्राम सेवा संस्थान के सचिव रघुपति सिंह ने उपस्तिथि संस्था के प्रतिनिधियों से आग्रह किया गया की आप अपने कार्य क्षेत्र में भी इस विषय पर चर्चा करे ताकी असुरक्षित गर्भपात से होने वाले महिलाओं की मृत्यु दर को कम हो सके। कार्यशाला में वैशाली समाज कल्याण संस्थान के सचिव कौशल किशोर विकल, नारायणी सेवा संस्थान, स्वर्गीय कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान, सीता सामाजिक सेवा संस्थान, वैशाली सेवा आश्रम के प्रतिनिधियों द्वारा अपना विचार व्यक्त किया गया। कार्यशाला के अंत में श्री रिसव सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यशाला को समाप्त किया गया।