Ramnath Vidrohi
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उपलब्धि: महिला बंध्याकरण में राज्य में पहले स्थान पर आया पश्चिमी चम्पारण
- 17 मार्च से 29 मार्च तक चला परिवार कल्याण पखवाड़ा कार्यक्रम
- 1848 महिलाओं का जिले में हुआ बंध्याकरण - डीसीएम राजेश कुमार
बेतिया। बढ़ती जनसंख्या पर रोकथाम हेतु लोगों को जागरूक करते हुए स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के अनुसार जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 17 मार्च से 29 मार्च तक परिवार कल्याण पखवाड़ा कार्यक्रम जिले के सभी 18 प्रखंडो में आयोजित किया गया। इस सम्बन्ध में जिले के डीसीएम राजेश कुमार ने बताया की 1 हजार 8 सौ 48 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया, जो लक्ष्य के अनुरूप में पूरे बिहार में नंबर एक पर है। उन्होंने बताया की इसके बाद मधेपुरा, अररिया, बांका, वैशाली का स्थान आया है। डीसीएम ने बताया की इसकी सफलता में जिले के बीसीएम आशा, फैमिली प्लानिंग काउंसलर और सहयोगी संस्था पीएसआई का भी बड़ा योगदान है। इन्हीं स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से महिला बंध्याकरण, व पुरुष नसबन्दी कराई जाती है। 3757अंतरा इंजेक्शन एवं 1332 महिलाओं को आईयूसीडी लगाया गया। वहीं अभियान की सफलता पर सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार एवं एसीएमओ डॉ रमेश चंद्रा ने शुभकामनायें देते हुए कहा की स्वास्थ्य कर्मियों को ऐसे ही मेहनत करने की आवश्यकता है। उनसभी के मेहनत के कारण ही अभियान में सफलता मिली है।सीएस ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों ने दंपतियों से मिल परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधनों को अपनाने के लिए जागरूक किया है ।
महिला नसबंदी से भी सरल प्रक्रिया है पुरुष नसबंदी लोगों को जागरूक होना है जरुरी :
डीसीएम राजेश कुमार ने बताया कि महिला बंध्याकरण से पुरुष नसबंदी की प्रक्रिया सरल है। पुरुष नसबंदी को लेकर समाज में कई प्रकार का भ्रम फैला हुआ है। इस भ्रम को तोड़ना होगा। छोटा परिवार सुखी परिवार की अवधारणा को साकार करने के लिए पुरुष को आगे बढ़कर जिम्मेदारी उठाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी महिला बंध्याकरण की तुलना में आसान है और इससे पुरुषों की पौरुषता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता
सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने पर मिलती है आर्थिक सहायता :
सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने बताया कि सरकारी अस्पताल में निःशुल्क सुरक्षित प्रसव कराया जाता है। साथ ही आर्थिक सहायता भी दी जाती है। जिसका लाभ सभी को उठाना चाहिए। नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपए एवं महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए की प्रोत्साहन की राशि लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती है।जिसका लाभ जिले वासियों को उठाना चाहिए।मौके पर जिला स्वास्थ्य समिति के डीसीएम राजेश कुमार, डॉ आलोक कुमार, डॉ आरएस मुन्ना, रंजन मिश्रा, सहयोगी संस्था के पिरामल स्वास्थ्य, पीएसआई, सिफार के जिला प्रतिनिधि मौजूद थें।