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सही पोषण टीबी संक्रमण से रखेगा दूर -जागरूकता अभियान का हुआ आयोजन

सही पोषण टीबी संक्रमण से रखेगा दूर   -जागरूकता अभियान का हुआ आयोजन
Ramnath Vidrohi
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सही पोषण टीबी संक्रमण से रखेगा दूर 

-जागरूकता अभियान का हुआ आयोजन

वैशाली।  
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहदेव बुजुर्ग के प्रांगण में विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर सोमवार को जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर सुनील केसरी ने कहा कि टीबी के खिलाफ लड़ाई में सरकार एवं निजी चिकित्सकों के साथ आम जनता की सामूहिक भागीदारी आवश्यक है। प्राचार्य महोदय ने सभी छात्राओं को टीबी के बारे में जागरूकता करने छात्राओं से आने वाले समय कार्य करने का संदेश दिया। डॉक्टर फॉर यू के सलाहकार डॉक्टर एसके रावत द्वारा बताया गया कि यक्ष्मा  के संभावित रोगियों की पहचान जल्द से जल्द एवं संपूर्ण इलाज कर इसका कार्यक्रम को सफल बनाया जाए। उन्होंने यह भी बताया कि बुजुर्गों में टीबी होने की संभावना ज्यादा होती है क्योंकि उनकी इम्यूनिटी कमजोर होता है। ग्राम स्तर पर उपलब्ध स्थानीय हरी-साग सब्जी, मौसमी फल एवं प्रोटीन युक्त भोजन लेकर टीबी के संक्रमण को मात दे सकते हैं। 

टीबी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस बैक्टीरिया द्वारा होने वाली एक संक्रामक बीमारी है जो पूरी तरह से इलाज योग्य रोग है। यदि किसी व्यक्ति को टीबी के लक्षण हैं, तो उसे तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, पीएचसी, सीएचसी या जिला अस्पताल पर जांच करानी चाहिए। टीबी के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है जिससे कि समय से जाँच और इलाज हो सके।
 
टीबी रोग के लक्षण–
दो हफ्ते से ज्यादा खांसी। 
बुखार।
वजन कम होना।
रात में पसीना आना।
मुंह से खून आना। 
भूख न लगना।
सीने में दर्द।
सांस लेने में दिक्कत। 
थकान।
गर्दन में गांठ।
यह एक बहुत ही संक्रामक रोग है और तेजी से फैलता है। चिकित्सक की सलाह के अनुसार टीबी का नियमित और पूरा  इलाज जरूरी है। इलाज को बीच में नहीं छोड़ना चाहिए अन्यथा मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट (एम डी आर टीबी) होने की संभावना बढ़ जाती है। डॉक्टर की सलाह को ध्यान में रखते हुए, हमें उपचार पूरा करना चाहिए और डॉक्टर द्वारा निर्धारित सभी दवाओं को लेना चाहिए और उचित पोषण का ख्याल रखना चाहिए। यदि परिवार में किसी को टीबी है और उपचार हो रहा है तो, तो बाकी सदस्यों को भी अपना टीबी परीक्षण करना चाहिए। यदि हमे टीबी है, तो खासते और छींकते समय मुंह को कवर करें और मास्क पहनें ताकि संक्रमण न फैले।

इस अभियान में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी  डॉक्टर सुनील केसरी, टीबी मॉडल पदाधिकारी डॉक्टर अजीत कुमार तिवारी, एएनएम स्कूल के प्राचार्य सुश्री नेहा कुमारी, सीता सामाजिक सेवा संस्थान के सचिव बेबी कुमारी, डॉक्टर फॉर यू के सलाहकार डॉक्टर शिवकुमार रावत, जिला समन्वयक मुकेश कुमार स्वास्थ्य प्रबंधक नजीर हुसैन सहित अन्य लोगों ने भाग लिया।