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क्या गोरौल पुलिस संतोष राम की विधवा को न्याय दिला पाएगी ,या मामला जांच के नाम पर फाइनल की तैयारी है ?

क्या गोरौल पुलिस संतोष राम की विधवा को न्याय दिला पाएगी ,या मामला जांच के नाम पर फाइनल की तैयारी है ?
Ramnath Vidrohi
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क्या गोरौल पुलिस संतोष राम की विधवा को न्याय दिला पाएगी ,या मामला जांच के नाम पर फाइनल की तैयारी है ?

गोरौल थाने के आदमपुर गांव निवासी संतोष राम ह्त्या काण्ड के लगभग  80 दिन पुरे होने वाले हैं और गोरौल पुलिस अभीतक इसके दो नामजद हत्यारे को अभी तक गिरफ्तार करने में असफल रही है !ऐसे में नहीं लगता की गोरौल पुलिस इस मामले में विधवा रीता देवी को न्याय  दिला पाएगी ?जिस तरह से जांच के नाम पर समय की बर्वादी हो रही है लगता है पुलिस गोरौल थाना काण्ड संख्या  12/24की तरह इस काण्ड काण्ड में भी शाक्ष्य विहीन बता कर अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर देगी या गोरौल थाना काण्ड संख्या 156/17कि तरह अभियुक्तों की गिरफ्तारी या कुर्की जब्ती किये बिना फरारी दिखाकर न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर देगी ? कुछ भी संभव है गोरौल पुलिस के लिए !बिना राजनितिक आकाओं के पैरवी वाले केस का हाल क्या होता है सभी को पता है !: संतोष की ह्त्या 4 दिसंबर 24 की रात पीट पीट कर करने के बाद उसकी लाश को इसी थाने के खजौल बाजित पुर गांव के नहर के पूल के समीप झाडी में फेंक दिया गया था ! 5 दिसंबर 24को पुलिस ने लाश बरामद कर पोस्टमार्टम कराई थी !काण्ड संख्या 489/24दर्ज करते हुए दो नामजद अभियुक्तों सुरेंद्र सिंह मलिकपुरा और रामबाबू राम कटरमाला को अभियुक्त बनाया गया था !ह्त्या का कारण लेन देंन का बताया गया था !विधवा ,परिजन ,गांव के लोगों ने इस घटना के बारे में पुलिस को बताया था !लेंकिन पुलिस इतने दिनों बाद भी एक भी अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं कर पायी !परिजनों के अनुसार अभियुक्त गांव में ही रहकर खेती बाड़ी कर रहा है !पुलिस अभियुक्त सांठ गाठ से भी इंकार नहीं किया जा सकता इसके अतिरिक्त कोई राजनितिक हस्तक्षेप से भी इंकार नहीं किया जा सकता !चूँकि ह्त्या के बाद पुलिस अगर चाहती तो हत्यारे की गिरफ्तार आसाबी से हो सकती थी लेकिन जांच जारी है मामला लटकाया जा रहा है ताकि उपरोक्त दो केसों की तरह साक्ष्य विहीन चार्जशीट दाखिल किया जा सके !.
इस मामले को लेकर विधवा रीता देवी एसडीपीओ महुआ एसपी वैशाली से मिलकर गिरफ्तारी की गुहार लगा चुकी है ,इनके निर्देशित पत्र भी थाना को प्राप्त हुए दो महीने से अधिक हुए लेकिन गोरौल पुलिस अँधेरे में तीर मार रही है !
गिरफ्तारी नहीं होने के खिलाफ विधवा रीता देवी महुआ लोक शिकायत प्राधिकार में मामला दर्ज कराई जहा दो तिथि गुजर चुकी है थानाध्यक्ष सुनवाई के समय उपस्थित नहीं हुए जिससे भी न्याय प्रभावित हो रहा है !
इधर संतोष राम ह्त्या काण्ड के एक अभियुक्त रामबाबू राम ने न्यायालय में अग्रिम जमानत के किये अर्जी दाखिल किया जिसकी सुनवाई 21फरवरी को होना निश्चित था क्या हुआ ,खुद विनार रहने के कारण पता नहीं चला !लेकिन  वरीय अधिवक्ता संजीव कुमार ने बताया की सुनवाई हुई होगी तो केस डायरी की मांग हुयी होगी,तिथि निर्धारित हुई होगी उसदिन सुनवाई होगी !
मान लिया डायरी की मांग हुई होगी तो भी डायरी गोरौल पुलिस लिखेगी !इससे कितना लाभ पीड़ित को मिलेगा यह तो वक्त बताएगा !लेकिन अबतक इतना तो साबित हुआ की अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस में ईछा शक्ति का आभाव है !