Ramnath Vidrohi
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स्वस्थ व्यक्ति भी खाएं फाइलेरिया रोधी दवा, प्रतिकूल असर पर घबराएं नहीं: उप विकास आयुक्त
-सर्वजन दवा सेवन पर समाहरणालय भवन में मीडिया कार्यशाला का आयोजन
-प्रतिकूल प्रभाव से निपटने के लिए प्रखंड स्तर पर रैपिड
रिस्पांस टीम का हुआ है गठन
मुजफ्फरपुर। 8 फरवरी
फाइलेरिया एक लाईलाज बीमारी है,इसके संक्रमण का प्रभाव संक्रमण के 5 -10 वर्षों के पश्चात हाथीपांव या हाइड्रोसील के सूजन के रूप में मिलता है। इससे बचाव के लिए जिले में 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत ट्रिपल ड्रग थेरेपी (आइवरमेक्टिन,डीईसी,एल्बेंडाजोल) दवाएं खिलाई जाएगी। इसे स्वस्थ व्यक्ति को भी खाना है। जिन लोगों में माइक्रोफाइलेरिया रहते हैं उनमें कुछ प्रतिकूल प्रभाव भी दिख सकते हैं। यह कुछ समय में स्वत: खत्म हो जाते हैं। समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में ये बातें जिला प्रशासन, सीफार एवं जिला स्वास्थ्य समिति के सहयोग से आयोजित मीडिया कार्यशाला के दौरान उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम ने शनिवार को कही। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया रोधी दवाओं को किसी हालत में खाली पेट नहीं खाना है। कुल 17 दिनों के इस अभियान के दौरान पहले 14 कार्यदिवस डोर टू डोर फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलाई जाएगी। आखिरी के तीन दिन में स्कूलों,रेलवे जंक्शन एवं सार्वजनिक स्थानों पर दवा खिलाई जाएगी। इस संबंध में सभी स्कूलों के प्राचार्य को निर्देशित किया गया है कि वे ससमय पर मध्याह्न भोजन बच्चों को परोसे।
कार्यशाला के दौरान डब्ल्यूएचओ की रीजनल कोऑर्डिनेटर डॉ माधुरी देवराजु ने पीपीटी के माध्यम से फाइलेरिया के कारकों, जिले की वर्तमान स्थितियों और फाइलेरिया की तकनीकी जानकारी दी। कार्यशाला के दौरान उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम ने सभी मीडिया कर्मियों से एमडीए चक्र के दौरान सकारात्मक सहयोग करते हुए जन समुदाय को जागरूक करने की अपील की गयी है।
जिले में 57 लाख से ज्यादा लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य:
जिला कार्यक्रम प्रबंधक रेहान अशरफ ने बताया कि जिले की कुल आबादी में से 57 लाख से ज्यादा लोगों का एमडीए के तहत आइवरमेक्टिन, डीईसी और एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। आइवरमेक्टिन की गोली को डोज पोल के तहत व डीईसी की गोली को उम्र के अनुसार खिलाई जाएगी। दवा खिलाने के लिए कुल 2527 टीम, 5074 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर,3697 आशा,1377 आंगनबाड़ी व वॉलिंटियर तथा कार्य के सर्वेक्षण के लिए कुल 250 सुपरवाइजर लगाए गए है। जिनको यह गोली नहीं खिलाई जाएगी उनमें दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे,गर्भवती माताएं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति शामिल है।
औराई छोड़कर सभी प्रखंडो व शहरी क्षेत्रों में खिलाई जाएगी दवा:
जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने कहा कि एनबीएस के दौरान औराई प्रखंड में माइक्रोफाइलेरिया पॉजिटिव व्यक्तियों की नगण्य आई। इसलिए यहां इस बार फाइलेरिया रोधी दवाएं नहीं खिलाई जाएगी। एडीआर से निपटने के लिए प्रत्येक सीएचसी पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। शहरी क्षेत्र के लिए जिला अस्पताल में आरआरटी का गठन किया गया है।
जिले में क्या है तैयारी:
सभी 15 प्रखंड और एक शहरी क्षेत्र में दवा लॉजिस्टिक एवं आईसी का वितरण जन समुदाय में जागरूकता हेतु किया जा चुका है। विभिन्न मदरसा में मौलवी एवं छात्रों को दवा खाने के लिए जागरूक किया जा चुका है। जीविका समूह की बैठक करते हुए उन्हें स्वयं और पड़ोस के लोगों को दवा खिलाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। सर्वजन दवा सेवन अभियान के दौरान 22 से ज्यादा विभागों के समन्वय हेतु जिलाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त के द्वारा निदेशित किया जा चुका है।
मौके पर एसीएमओ डॉ चंद्रशेखर प्रसाद, डीपीआरओ प्रमोद कुमार, डीपीएम रेहान अशरफ, जिला प्रबंधक पिरामल से अभिषेक कुमार सिंह, पीएल इफ्तेखार अहमद, डब्लू एच ओ जोनल कॉर्डिनेटर माधुरी देवराजू, भीबीडीसी कार्यालय से राजीव कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।