Ramnath Vidrohi
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फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम:
जिले के 32 लाख लोगों को खिलाई जाएगी सर्वजन दवा: सिविल सर्जन
-सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से मिडिया वर्क शॉप का हुआ आयोजन
- 14 प्रखंडों में चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम
- घर घर जाकर अपने सामने आशा खिलाएँगी अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली
- जिले में हाथीपाँव के 04 हजार 682 एवं हाइड्रोसील के 667 मरीज
बेतिया। 06 फ़रवरी, 2025
फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बेतिया राजदेवड़ी परिसर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार की अध्यक्षता में हुआ। सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने फाइलेरिया बीमारी के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि फाइलेरिया संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर द्वारा प्रसारित होने वाला गंभीर रोग हैं। इस रोग के लक्षण सामान्यतः 5 वर्ष या कभी-कभी इससे भी अधिक समय के पश्चात दिखते हैं। उन्होंने बताया की हाथी पाँव का इलाज नहीं होता है इसलिए बचाव ही इसका सबसे बेहतर उपाय है। उन्होंने बताया कि जिले के 32 लाख लोगों को इससे बचाव हेतु सर्वजन दवा खिलाई जाएगी। जिले के 14 प्रखंडो में आगामी 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए राउंड) की शुरुआत की जाएगी। इसमें पहले 14 दिन घर-घर जाकर आशा व स्वास्थ्य कर्मी अपने सामने दवा का सेवन कराएंगे। उसके बाद 3 दिन स्कूल मे बूथ लगा कर दवा खिलाया जायगा। वहीं अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्र ने कहा की फाइलेरिया से बचाव को लोगों को जागरूक करना बहुत जरुरी है उन्होंने बताया की लोग दवा खाने में संकोच करते है, जबकि दवा खाने से परजीवी के मरने से हल्का साइड इफेक्ट हो सकता है इससे घबराना नहीं चाहिए, उन्होंने लोगों से अपील किया की फाइलेरिया रोधी दवा खुद खाये और अपने परिवारजनों को सेवन करने के लिए जागरूक करें।उन्होंने बताया की पार्टनर एजेंसी, जनप्रतिनिधियों के द्वारा
ग्रामीण क्षेत्रों, स्कूलों, कॉलेज में भी जागरूकता फैलाई जा रहीं है।
फाइलेरिया मरीज को दिया जाता है एमएमडीपी किट:
डीबीभीडीसीओ डॉ नवल किशोर प्रसाद ने बताया की नाईट ब्लड सर्वें के दौरान 92 नए फाइलेरिया के मरीज मिले है। वहीं हाथी पाँव के 04 हजार 682 एवं हाइड्रोसील के 667 मरीज है, हाथी पाँव के मरीजों को एमएमडीपी किट दिया जाता है। वहीं हाईड्रोसील मरीजों का अनुमण्डलीय अस्पताल बगहा,,नरकटियागंज एवं जीएमसीएच में ऑपरेशन कराया जाता है।
ऐसे खाना है सर्वजन दवा:
02 से 5 वर्ष के बच्चों को 1 टैबलेट अल्बेंडाजोल और 1 टैबलेट डीईसी, 6 से 14 वर्ष के बच्चों को 1 टैबलेट अल्बेंडाजोल और 2 टैबलेट्स डीईसी और 15 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को 1 टैबलेट अल्बेंडाजोल और 3 टैबलेट डीईसी की दवा खिलाई जाएगी। यह कार्यक्रम 17 दिनों तक चलेगा। दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है। यह दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को नहीं खानी है। उन्होंने बताया कि दवा सेवन के उपरांत कुछ लोगों में उल्टी, सर दर्द, जी मिचलाना जैसी शिकायतें हो सकती हैं जो स्वतः समाप्त हो जाती हैं। दवा सेवन के बाद किसी भी प्रकार के साइड इफ़ेक्ट होने पर लोगों की सुरक्षा हेतु जिला एवं प्रखंड स्तर पर रैपिड रेस्पोंस टीम का गठन भी किया गया है।
इस मौके पर सीएस डॉ विजय कुमार, एसीएमओ डॉ रमेश चंद्र, जिला सुचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी बेबी कुमारी, डीभीडीसीओ डॉ नवल किशोर प्रसाद, पिरामल के जिला प्रतिनिधि राजू सिँह, सिफार के सिद्धांत कुमार, बिनोद श्रीवास्तव, भीडीसीओ रमेश कुमार मिश्र, प्रशांत कुमार, सुशांत कुमार, भीबीडीएस सुजीत कुमार, प्रकाश कुमार, स्टीफन संतोष कुमार व अन्य लोग उपस्थित थें।