Ramnath Vidrohi
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"पिंटू को मिला मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना का सहारा"स्वस्थ होने से चेहरे पर आयी मुस्कान*l
- अहमदाबाद में हुआ दिल के छेद का नि:शुल्क ऑपरेशन
- दौड़ने पर, खाने पर फूलती थीं सांसे ऑपरेशन के बाद अब कोई परेशानी नहीं
- आरबीएसके डॉ द्वारा आँगनबाड़ी में की जाती है बच्चों की जाँच
बेतिया, 24 जनवरी
जिले के हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना वरदान साबित हो रहा है। मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत बगहा 01 प्रखंड के बड़गाँव, नौका टोला निवासी रंजना शर्मा के 05 वर्षीय पुत्र पिंटू जो की ह्रदय में छेद रोग से पीड़ित था, जिसका पता उसके घरवालों को भी नहीं था,पिंटू की माँ रंजना ने बताया की जन्म के कुछ वर्ष बाद से ही पिंटू को दौड़ने, तेज चलने यहाँ तक की खाने पीने पर भी हाँफने लगता था, उसे कमजोरी व कभी कभी चक्कर आने लगता था, जिसे हमलोग आम बीमारी समझे थें एकदिन पास के आँगनबाड़ी केंद्र पर चिकित्सकों की टीम ने बच्चों का जाँच किया जिसमें इसे ह्रदय में छेद बताया गया, आगे इसे जीएमसीएच रेफर किया गया, वहाँ जाँच कराने के बाद मैं सभी कागजात के साथ आरबीएसके जिला समन्वयक रंजन मिश्रा से मिली, उन्होंने सहायता की बच्चे को एम्बुलेंस से पटना आईजीआईसी भिजवाया जहाँ बच्चे का दवा चला उसके कुछ माह बाद उसके ह्रदय के छेद का निःशुल्क ऑपरेशन सत्य साईं हॉस्पिटल, अहमदाबाद में सफलतापूर्वक हुआ
ऑपरेशन के बाद अब पिंटू काफ़ी ख़ुश है कि बिना डरे वह अब खेल और दौड़ रहा है।उसको अब परेशानी नहीं है।
बाल हृदय योजना के बारे में लोगों को जागरूक करती है रंजना :
पिंटू की माँ ने बताया की बच्चे के इलाज में लाखों रूपये खर्च होते लेकिन बिहार सरकार की योजना से निःशुल्क इलाज सम्भव हुआ। उन्होंने कहा की मेरे परिवार के लिए योजना वरदान साबित हुआ है। इलाज के 1 माह बाद पिंटू जिला स्वास्थ्य समिति जाकर डीसी रंजन मिश्रा से मिला व चिकित्सकों से मिला जहाँ उसका स्वास्थ्य जाँच होने के बाद स्थिति सामन्य पाया गया।पिंटू की माँ ने कहा मेरा बेटे को सरकार से सहायता मिली है। वर्ना हमलोगों से प्राइवेट में इसका बेहतर इलाज करा पाना सम्भव नहीं हो पाता। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा ने बताया कि बच्चे के इलाज के साथ ऑपरेशन में होने वाले सारे खर्च के अलावा हवाई जहाज का टिकट, अहमदाबाद में खाने से लेकर रहने तक का सारा इंतजाम राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वस्थ्य कार्यक्रम के तहत सूबे में 43 तरह की बीमारियों का इलाज नि:शुल्क होता है।