Ramnath Vidrohi
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534 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के एनक्यूएएस प्रमाणन की प्रक्रिया में तेजी
— प्रखंड स्तर पर एक आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के प्रमाणीकरकण के लिए 20 तक आवेदन
पटना: बिहार सरकार ने 534 हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों (एक केंद्र प्रति प्रखंड) को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के तहत प्रमाणित करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इस पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना और राज्य के नागरिकों को बेहतर और भरोसेमंद स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। केंद्रों का मूल्यांकन भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानक (आईपीएचएस) चेकलिस्ट के आधार पर किया जा रहा है।
मूल्यांकन प्रक्रिया और चरणबद्ध क्रियान्वयन:
पहले चरण में, 70% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को प्राथमिकता के आधार पर प्रमाणन के लिए आवेदन करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड में 50% या उससे अधिक अंक वाले केंद्रों को दूसरे चरण में शामिल किया जाएगा। इन केंद्रों को उनके प्रदर्शन और क्षमता के आधार पर प्रमाणित करने के लिए निर्देशित किया गया है। वहीं प्रमाणन की दिशा में आ रहे गैप को या दिक्कतों को जल्द ही जल्द ही निपटाने का निदेश भी दिया गया है। नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस के नेशनल असेसर डॉ माहताब सिंह ने बताया कि एनक्यूएएस प्रमाणन से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार होगा। यह पहल रोगियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और समुदाय का विश्वास बढ़ाने में निश्चित सहायक होगी।
प्रशिक्षण और दस्तावेज़ीकरण पर जोर:
प्रमाणन प्रक्रिया को सटीक और प्रभावी बनाने के लिए सभी संबंधित कर्मचारियों को व्यापक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सीएचओ, एएनएम और आशा को उनकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें प्रमाणन प्रक्रिया के तकनीकी पहलुओं पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके अलावा, केंद्रों को आवश्यक दस्तावेज़ तैयार करने, आंतरिक मूल्यांकन करने और कमियों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी प्रखंड स्तर के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि वे 20 जनवरी 2025 तक अपने क्षेत्र के केंद्रों के प्रमाणन के लिए आवेदन करें।
स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार की उम्मीद
राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, गुणवत्ता आश्वासन, डॉ. अभिषेक कुमार सिन्हा ने कहा कि एनक्यूएएस प्रमाणन हर प्रखंड में कम से कम एक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाएगा। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और विश्वसनीयता को बढ़ाने में सहायक होगा।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुदृढ़ता की दिशा में प्रयास
यह पहल बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को राष्ट्रीय मानकों तक ले जाने और राज्य के नागरिकों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रमाणन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, यह राज्य के स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।