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जीने की नई उम्मीद के नए वर्ष में एक साथ पांच बच्चे अहमदाबाद रवाना

जीने की नई उम्मीद के नए वर्ष में एक साथ पांच बच्चे अहमदाबाद रवाना
Ramnath Vidrohi
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जीने की नई उम्मीद के नए वर्ष में एक साथ पांच बच्चे अहमदाबाद रवाना

-अब तक कुल 115 बच्चों की हो चुकी है सफल सर्जरी 
-हृदय रोग की सर्जरी कराने में वैशाली दूसरे नंबर पर
 
वैशाली। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना राज्य के आर्थिक रूप से गरीब ह्रदय रोग से ग्रसित बच्चों के लिए जीवनदायिनी है। इसके तहत वैशाली जिले से अब तक 115 बच्चों का सफल सर्जरी हो चुका है। विभिन्न प्रखंड की आरबीएसके टीम द्वारा जीरो से 18 वर्ष के बच्चों का स्वास्थ्य जाँच आंगनवाड़ी केंद्र और सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों मे जाकर किया जाता है। साथ ही सभी स्वास्थ्य संस्थान के प्रसव केंद्रों पर भी जन्मजात रोगों से ग्रसित बच्चों की जाँच की जाती है। इसी का परिणाम है कि पूर्ण इलाज और स्वस्थ होने की उम्मीद छोड़ चुके पीड़ित बच्चे पूरी तरह स्वस्थ्य हो रहे है और बच्चों क़ो नया जीवन मिल रहा है। अब तक 115 बच्चों का सफल ऑपरेशन हुआ है और उन्हें जीवनदान मिला है, जिसमे सभी बच्चों का सर्जरी बिल्कुल निशुल्क हुआ है। डीइआईसी प्रबंधक सह समन्वयक आरबीएसके डॉ शाइस्ता ने बताया कि बिहार के 38 जिलें मे से वैशाली सर्वाधिक हृदय रोग की सर्जरी कराने में दूसरे स्थान पर है। जिसका श्रेय वह अपनी टीम को देती है क्यूंकि उनकी टीम और उनके समन्वय से ही यह हो पाया है।

डॉ शाइस्ता ने यह भी बताया की जन्मजात रोगों में हृदय में छेद होने के लक्षण बहुत सारे बच्चों में शुरुआती दौर में ही दिखने लगते है और ऐसे बच्चों को सही समय पर पहचान कर उसका सही समय पर इलाज कराने का काम हम और हमारी चलन्त चिकित्सा दल की टीम करती है। जिसमें जिलाधिकारी, सिविल सर्जन और डीपीएम वैशाली का पूर्ण सहयोग मिलता है। इस योजना के तहत ह्रदय रोग से ग्रसित बच्चों का मृत्यु दर कम हुआ है और बहुत गरीब परिवारों के चेहरे पर मुस्कान आई है।
डॉ शाइस्ता ने बताया कि पिछले तीन से चार सालों में वैशाली जिलें से लगभग 115 बच्चों की निशुल्क हृदय की सर्जरी एक भारी उपलब्धि है यह ऐसे बच्चे हैं जिनकी स्थिति इस लायक नहीं थी कि उनके माता-पिता निजी अस्पताल में सर्जरी करा सकें। उन्होंने कहा कि बच्चों में होने वाले जन्मजात रोगों में हृदय में छेद एक गंभीर समस्या है जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को काफी प्रभावित करती है, और समय रहते सर्जरी नहीं की गई तो बच्चे की जान भी जा सकती है।
वैशाली जिला से बाल ह्रदय योजना अंतर्गत 115 सफल सर्जरी कराने के बाद फिर से 5 बच्चे आफिया प्रवीण और निशांत राज- लालगंज, अन्नू शर्मा और आंशिक कुमार- बिदुपुर और सुहानी कुमारी - महुआ प्रखंड से को बुधवार क़ो श्री सत्य साईं ह्रदय अस्पताल अहमदाबाद सर्जरी हेतु डॉ शाइस्ता, डॉ अमित आनंद डीएएम, ऋतुराज डीएम एंड ईओ, सूचित कुमार डीडीए की उपस्थिति मे जिला स्वास्थ्य समिति, वैशाली से तीन एम्बुलेंस के माध्यम से राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार, पटना और फिर पटना एयरपोर्ट के लिए नये साल की बधाई, ढेर सारी शुभकामनाओं और जल्द स्वस्थ्य होने की कामनाओं के साथ रवाना किया गया।