Ramnath Vidrohi
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सर्वजन दवा सेवन अभियान को मिला धर्म गुरू का साथ, मस्जिद इमाम ने लोगों से की अपील
• जिलों में 10 फरवरी से शुरू होगा अभियान
• भ्रांतियों पर ध्यान न देने की भी नसीहत
शिवहर। 01 फरवरी
जिलों में 10 फरवरी से शुरु हो रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान में अब मस्जिद के इमाम और मदरसों के के द्वारा भी इस अभियान को सफल बनाने की अपील की है। क़ाज़ी फ़ख़रुद्दीन ने कहा कि फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है। समान्य भाषा में इसे हाथीपांव भी कहते हैं। सर्वजन दवा सेवन अभियान को इंसानियत का हिमायती बताते हुए कहा कि मस्जिद में आने वाले नमाजियों और मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को इस अभियान के बारे में बताया गया और समाज में इस दवा को खाने की अपील करें। वहीं इस अभियान के दौरान दी जाने वाली दवाओं के बारे में उपजे वहम से दूर रहने रहने को कहा।
ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर के सामने खानी होगी दवा:
सर्वजन दवा अभियान में स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन ने बताया कि 10 फरवरी से जिले में शुरु होने वाले अभियान में ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर आशा दीदी या अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर घर जाकर लोगों को अपने सामने दवा खिलाएगें। लोगों को यह दवा उनके सामने ही खानी होगी। जिले में 10 फरवरी से फाइलेरिया रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सर्वजन दवा सेवन अभियान चलेगा, जिसमें 3 तरह की दावयें खिलाई जाएगी. जिसमे डीईसी अलबेंडाज़ोल के साथ साथ आइवरमेकटिन की दवा दी जाएगी।
स्वस्थ व्यक्ति को भी खानी है दवा:
पीरामल फाउंडेशन के द्वारा बताया कि फाइलेरिया संक्रमित मच्छर से होने वाली बीमारी है। इसके लक्षण उभरने में सामान्य तौर पर 10 से 15 साल लग जाते हैं। इससे बचने का एकमात्र उपाय साल में एक बार सर्वजन दवा सेवन अभियान के दौरान दवाओं का सेवन है। इस दवा का सेवन स्वस्थ व्यक्तियों को भी करना है, ताकि उनके अंदर मौजूद माइक्रोफाइलेरिया या तो मर जाए या वयस्कों का प्रजनन दर बहुत ही कम हो जाए। यह दवा दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिला और गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को नहीं खानी है।
इस सम्बंध में धर्म गुरु ने एक संयुक्त अपील भी जारी किया है जिससे लोगों में फैले भ्रम को दूर किया जा सके।