Monday, Jun 23, 2025 | Time 04:55 Hrs(IST)
 logo img

छात्राओं के बीच नशा से होने वाले दुष्परिणाम से अवगत कराने हेतु सेमिनार का आयोजन किया गया।

छात्राओं के बीच नशा से होने वाले दुष्परिणाम से अवगत कराने हेतु सेमिनार का आयोजन किया गया।
Ramnath Vidrohi
Views: 68

निदेशक, सामाजिक सुरक्षा, बिहार पटना के निदेश के आलोक में केन्द्र प्रायोजित योजना NAPDDR के राज्य कार्य योजना अन्तर्गत जिलास्तर पर जन-जागरूकता, क्षमता वर्द्धन आदि कार्यक्रम के संचालन हेतु राज्य संपोषित बालिका उच्च विद्यालय, हाजीपुर में दिनांक 13.01. 2024 एवं आज दिनांक 18.01.2024 को राज नारायण महाविद्यालय में छात्र/छात्राओं के बीच नशा से होने वाले दुष्परिणाम से अवगत कराने हेतु सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर (डा०) रवि कुमार सिन्हा, प्राचार्य, राज नारायण महाविद्यालय के द्वारा किया गया।

सुश्री साक्षी, सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग, वैशाली के द्वारा सेमिनार में उपस्थित छात्र/छात्राओं के बीच नशा के संबंध में बताया गया कि मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति ड्रग्स का सेवन कर इसे आदत बना लेता है। यह मानसिक परेशानी पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक हो सकती है। नशा से दूर रहने से ही इन सभी परेशानियों से बचा जा सकता है।

नशा मुक्त भारत अभियान अन्तर्गत प्रोफेसर (डा०) रवि कुमार सिन्हा, प्राचार्य, राज

नारायण महाविद्यालय के द्वारा छात्र/छात्राओं के बीच बताया गया कि ड्रग्स के खिलाफ पहला

कदम है खुद को इसे ना कहना। अपने परिवार, पड़ोस और सार्वजनिक स्थानों पर और अपने दोस्तो

के साथ मिलकर ड्रग्स का सेवन ना करने और ना करने का देने का संकल्प लेने हेतु प्रेरित किया गया। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत कॉलेज में नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें उत्तम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी कोमल, नंदनी कुमारी, माधुरी, सितारा प्रवीण शालिनी कुमारी एवं अन्य छात्रों को पुरस्कृत किया गया। नशा के

बचाव हेतु महाविद्यालय के छात्र/छात्राओ कोमल, मनीषा, हर्ष राज, कनक सिंह और इशिका सिंह

के द्वारा अपने विचार भी वहाँ उपस्थित लोगो के बीच दिया गया।

इस कार्यक्रम में जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के अनुप रंजन, सदर अस्पताल की डा० कुमकुम त्रिपाठी, कॉलेज की प्रोफेसर डा० अर्चना कुमारी एवं प्रोफेसर डा० सुमन सिन्हा के द्वारा नशा से होने वाले विकार के बचाव के संबंध में अपने विचार व्यक्ति किया गया। डा0 शशि भूषण कुमार, राजनीति विज्ञान विभाग के द्वारा पूरे कार्यक्रम के अन्तर्गत मंच का संचालन किया गया।