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विश्व स्वास्थ्य संगठन के तत्वावधान में कालाजार उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित

विश्व स्वास्थ्य संगठन के तत्वावधान में कालाजार उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित
Ramnath Vidrohi
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हमारा लक्ष्य सीतामढ़ी में शून्य कालाजार की स्थिति बहाला करना : डॉ. रवीन्द्र कुमार यादव

-  विश्व स्वास्थ्य संगठन के तत्वावधान में कालाजार उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित

सीतामढ़ी,27नवंबर। कालाजार उन्मूलन की स्थिति को बरकरार रखने के उद्धेश्य से विश्व स्वास्थ्य संगठन के तत्वावधान  में चिकित्सा पदाधिकारियों, सीएचओ तथा जीएनएम/स्टाफ नर्स का एक दिवसीय कालाजार उन्मुखीकरण कार्यशाला शहर के एक निजी होटल में सम्पन्न हुआ। कार्यशाला का शुभारम्भ जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. रवीन्द्र कुमार यादव, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ.  अनन्त कुमार झा तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रिय समन्वयक डॉ. माधुरी लता देवराजू ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. आरके यादव ने अपने संबोधन में कार्यशाला के महत्व एवं उद्धेश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सीतामढ़ी जिला कालाजार उन्मूलन के क्षेत्र मे राष्ट्रीय स्तर पर मॉडल जिला है ।  हमने वर्ष 2018 में ही सभी 17 प्रखण्डों में मानक के अनुरूप (प्रखण्ड स्तर पर प्रति दस हजार की आबादी पर एक से कम कालाजार के मरीज) लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। विगत 4 वर्षों से हमने न केवल इसे बरकरार रखा है बल्कि लगातार हम मरीजों की संख्या 30 से 40 % की दर से घटाने मे भी सफल रहे हैं। हमारा लक्ष्य सीतामढ़ी में शून्य कालाजार की स्थिति बहाल करना है। इसके लिए जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व में हम नित्य नये आयाम को हासिल कर रहे हैं। 

जिले में कालाजार रोगियों की संख्या मात्र 14 -
डॉ. रवीन्द्र कुमार यादव ने कहा कि चिकित्सा पदाधिकारियों और जीएनएम, एएनएम, सीएचओ के पदास्थापन तथा स्थानान्तरण होते रहते हैं। अतः समय-समय पर उन्मुखीकरण कार्यशाला द्वारा इन्हें इलाज में हुए बदलाव तथा अद्यतन जानकारी से अवगत कराया जाना ही इसका मुख्य उद्धेश्य है। कार्यशाला में डॉ. यादव तथा डॉ. देवराजू द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें सदर अस्पताल सहित सभी सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के सीएचओ, जीएनएम, एएनएम तथा चिकित्सा पदाधिकारियों ने निर्धारित संख्या मे भाग लिया। विदित हो कि इस वर्ष जनवरी से अबतक जिला में कालाजार रोगियों की संख्या घटकर मात्र 14 है। वहीं पीकेडीएल की संख्या मात्र 11 है। 

स्वास्थ्य केन्द्रों पर इलाज की सुविधा उपलब्ध-
किसी को भी 15  दिन से बुखार हो या बदन पर सिहुली जैसा चकत्ता हो या गाँठ हो जिसमें सूनापन नहीं हो तो वे नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर निःशुल्क जांच एवं इलाज का लाभ जरूर उठाएं। कालाजार बुखार के  लिए सदर अस्पताल, सुरसण्ड तथा पुपरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर और पीकेडीएल के लिए सभी सामुदायिक/ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर इलाज की सुविधा उपलब्ध है।